Major Science and Technology Developments – Part 1

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बायोनिक लीफ (पत्ती) (Bionic Leaf – Science and Technology)

• हार्वर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के एक समूह ने एक खास किस्म की बायोनिक पत्ती का निर्माण किया है जो सौर ऊर्जा का प्रयोग कर जल को ऑक्सीजन और हाइड्रोजन के रूप में तोड़ देती है, इसके साथ ही यह हाइड्रोजन भक्षी जीवाणु का भी निर्माण करती है, जो ईंधन को उत्पन्न करता है।

• बायोनिक लीफ 2.0 सौर ऊर्जा को जैवभार में दस प्रतिशत कुशलता के साथ परिवर्तित कर सकती है, जो पौधों दव्ारा प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया से कहीं अधिक है।

बायोनिक लीफ की कार्यप्रणाली

• बायोनिक पत्ती 2.0 को पानी में डाला जाता है, जहां यह सौर ऊर्जा को अवशोषित करती है तथा इसी क्रम में बायोनिक लीफ जलीय कणों को ऑक्सीजन व हाइड्रोजन में विभक्त कर देती है। इसका उपयोग ईंधन कोशिकाओं दव्ारा ऊर्जा उत्पादन में किया जा सकता हैं।

• एक इंजीनियरड बैक्टीरिया (जीवाणु) के माध्यम से इस हाइड्रोजन का प्रयोग ईंधन के उत्पादन में किया जा सकता है।

सर्कमबाइनरी ग्रह (Cabinet House – Science and Technology)

• वैज्ञानिकों ने नासा केपलर स्पेस टेलीस्कोप (अंतरिक्ष दूरबीन) का उपयोग कर बृहस्पति जैसे ग्रह केप्लर 1647 वी की खोज की है। यह दो तारों के एक युग्म की परिक्रमा करता है। यह अब तक खोजा गया सबसे बड़ा ट्रांजिटिंग सर्कमबाइनरी ग्रह है।

• ऐसे ग्रह जो दो तारों की परिक्रमा करते हैं, सर्कमबाइनरी ग्रह के रूप में जाने जाते है।

• सिग्नल (चेतावनी आदि संकेत) तारामंडल में स्थित केप्लर 1647बी ग्रह लगभग 3700 प्रकाश वर्ष दूर है और लगभग 4.4 बिलियन वर्ष पुराना है। मोटे तौर पर इसकी आयु पृथ्वी की आयु के बराबर है।

• बृृहस्पति की भांति केपलर 1647बी विशाल गैसीय पिंड है जिससे इस ग्रह दव्ारा जीवन का पोषण करने की संभावना नहीं है।