दक्षिण अफ्रीका का भूगोल (Geography of South Africa) Part 3 for NET, IAS, State-SET (KSET, WBSET, MPSET, etc.), GATE, CUET, Olympiads etc.

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जलवायु वनस्पति मृदा-

दक्षिण अफ्रीका के पूर्वी क्षेत्र में 250 से. अक्षांश तक मोजाम्बिक जलधारा, 340 से. अक्षांश तक नेटाल जलधारा तथा इसके बाद अगुल्हास जलधारा का प्रभाव पड़ता है। ये सभी गर्म जलधाराएँ है। इसके पश्चिम में वेग्वेला की ठंडी जलधारा बहती है। यहाँ हिमपात नहीं होता है।

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जलवायु की दृष्टि से दक्षिण अफ्रीका को पांच भागों में विभाजित करते हैं-

  • पूर्वी तटीय (चीन तुल्य) जलवायु प्रदेश- यह ड्रेकेन्सबर्ग पर्वत के पूर्वी प्रदेश (नेटाल राज्य) की विशेषता है। यहां गर्मी ऋतु में वर्षा है। वर्षा के कारण उच्च भार खिसकता है, जिससे सन्मार्गी वायु के दिशा में खिसकाव होता है। यहाँ गर्मी का औसत तापतान 210 c तथा जाड़े का औसत तापमान 100 c होता है। यह मिश्रित वनस्पति का क्षेत्र है। यहाँ उष्ण प्रदेश के पतझड़ और सदाबहार वन मिलते हैं। इस प्रदेश में मुख्य रूप से जलोढ़ मृदा मिलती है।
  • भूमध्यसागरीय जलवायु- यह दक्षिण पश्चिमी केप प्रांत की विशेषता है। यहाँ जाड़े की ऋतु में पछुवा पवनों के खिसकाव से वर्षा होती है। यहाँ गर्मी का औसत तापमान 210 -270c तथा जाड़े का औसत तापमान 70-100 c तक होता है। यहाँ सदाबहार वन होते हैं। यहाँ पाए जाने वाले वृक्ष में युक्लिप्टस प्रमुख है। यहाँ झाड़ीनुमा वनस्पति पाई जाती है, जिसे मैक्विक्स कहा जाता है। (माली तथा चैपटेल जैसी)