CARBFIX परियोजना (CARBFIX the Project – Environment)
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सुर्ख़ियों में क्यों?
• हाल की रिपोर्टो से पता चला है कि यह परियोजना प्रति टन सीओ2 के लिए 25 टन पानी का उपयोग कर 2 साल में केल्साइट में डाले गए 250 टन सीबो2 के 95 प्रतिशत भाग को जमाने में सक्षम थी।
• यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और भविष्य के लिए आशा प्रदान करती हैं।
यह क्या है?
• यह आइसलैंड में एक परियोजना है जिसका लक्ष्य बेसाल्ट चट्टानों के साथ सीओ2 की अभिक्रिया दव्ारा सीओ2 को सुरक्षित रखना है।
• कार्बोनेटेड पानी को चट्टानों में डाला जाता है जिससे कि यह बेसाल्ट चट्टानों में उपस्थिति कैल्शियम (एक रासायनिक पदार्थ, चूने का तत्व/सार) , मैग्रीशियम या सिलिकेट सामग्री के साथ अभिक्रिया करता है। इसे परिष्कृत अपक्षय कहा जाता है।
• इस प्रकार सीओ2 को बिना कोई हानिकारक उप-उत्पाद मुक्त किये स्थायी रूप से संचित कर लिया जाता है।
मुद्दे
• प्रक्रिया की लागत बहुत अधिक है।
• चूंकि अभिक्रियायें ऊष्माक्षेपी हैं, अगर चट्टानें गर्म होती है तो यह उत्क्रमणीय हो सकती है।
• पंपिंग गतिविधि भूकंपीय गतिविधि उत्पन्न करती है।