अंतरराष्ट्रीय शांति सूचकांक (जीपीआई) 2016 (International Peace Index 2016 – International Relations India and the World)
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ग्लोबल पीस सूची (जीपीआई) 2016 | |
न्यूटेशन | जीपीआई-2016 |
भूटान | 13th |
न्पोल | 78th |
बंग्लादेश | 83rd |
श्री लंका | 97th |
भारत | 141st |
पाकिस्तान | 153rd |
अफगानिस्तान | 160th |
ग्लोबल पीस सूची (जीपीआई) ′ राष्ट्र और क्षेत्रों में शांति की सापेक्षिक स्थिति को मापने का एक प्रयास है। यह इंस्टिट्यूट ऑफ इकॉनोमिक्स एंड पीस (संस्थान के अर्थशास्त्र और अंश/जोड़ना) (आईईपी) का एक प्रयास है और इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (अर्थशास्त्री, होशियार इकाई) दव्ारा जुटाए गए आंकड़ों और शांति संस्थानों के शांति विशेषज्ञों के एक अंतरराष्ट्रीय पैनल के साथ विचार विमर्श कर के विकसित किया गया है।
जीपीआई-2016 के मुख्य बिन्दु
• भारत का जीपीआई 2016 में 141वां स्थान (163 देशों में से) है। 2016 में हिंसा से भारत की अर्थव्यवस्था पर 679.80 अरब डॉलर का असर पड़ा, जो कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद का 9प्रतिशत, या प्रति व्यक्ति 525 डॉलर हैं।
• आइसलैंड को सबसे शांतिपूर्ण देश का दर्जा मिला और इसके बाद डेनमार्क और ऑस्ट्रिया को स्थान दिया गया है।
• सीरिया को सबसे कम शांतिपूर्ण देश घोषित किया गया और इसके बाद दक्षिण सूडान, इराक और अफगानिस्तान को रैंकिंग (श्रेणी) दी गई।