Distinguishing Signs of Factor, Examples of Factors, Prefix and Attempt
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कारक-वाक्य में प्रयोग होने वाले किसी संज्ञा या सर्वनाम शब्द का क्रिया से साथ संबंध को कारक कहते हैं।
कारक के विभिक्ति चिन्ह (Distinguishing signs of factor)
कारक | लक्षण | चिन्ह |
कर्ता | जो काम रें | ने |
कर्म | जिस पर क्रिया का फल पड़े | को |
करण | काम करने (क्रिया) का साधन | से, के दव्ारा |
संप्रदान | जिसके लिए क्रिया की जाए | को, के लिए |
अपादान | जिससे कोई वस्तु अलग हो | से (अलग के अर्थ में) |
संबंध | जो एक शब्द का दूसरे से संबंध जोड़े | का, की, के, रा, री, रे |
अधिकरण | जो क्रिया का आधार हो | में, पर |
स्बााेंधन | जिससे किसी को पुकारा जाये | हे! अरे! हो! |
कारक के उदाहरण (Examples of factors)
राम ने खाना खाया | वह चाकू से मरता है |
राम सीता के लिए लंका गए | माता ने बच्चों को सुलाया |
राम ने रावन को मार दिया | माता ने मुझको पैसे दिए |
राम ने धनुष दव्ारा रावण को मारा | श्याम ने मोहन को साईकिल दी |
रावण की जय-जयकार होने लगी | वह नदी से पानी ला रहा है |
हे राम। हमें बचाओ | उसने गीत गाया |
बिल्ली छत से कूदी | तुम्हारे घर में दस लोग हैं। |
लड़के दरवाजे-दरवाजे घूम रहे हैं | मेरी बहन |
नेता दव्ार-दव्ार जा रहे हैं | प्रेमचंन्द्र का उपन्यास |
वह कुल्हाड़ी से पेड़ काटता है | मैंने उसे पढ़ाया |
माँ ने बच्चों को मिठाई दी | नदियों का जल स्वच्छ है |
गाड़ी में ईंधन डालो | डाकू दुकान का सारा माल ले गए। |
लिंग-संज्ञा के जिस रूप से किसी व्यक्ति या वस्तु की पुरुष अथवा स्त्री जाति का बोध होता हैं उसे लिंग कहते है।
लिंग के भेद-लिंग के दो भेद होते हैं:-
- पुल्लिंग-जिन शब्दों से पुरुष जाति का बोध होता हैं उन्हें पुल्लिंग शब्द कहते हैं।
- स्त्रीलिंग-जिन शब्दों से स्त्री जाति का बोध होता है उन्हें स्त्रीलिंग शब्द कहते हैं।
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
दादा | दादी | हंस | हंसनी | युवक | युवती |
घोड़ा | घोड़ी | भेड़ | भेड़ा | सेवक | सेविका |
छात्र | छात्रा | पड़ोसी | पड़ोसिन | पाठक | पाठिका |
धोबी | धोबिन | श्रीमान | श्रीमति | दर्जी | दर्जिन |
हाथी | हथिनी | नर तितली | तितली | मालिक | मालकिन |
नर | मादा | नर मक्खी | मक्खी | ऊँट | ऊँटनी |
युवक | युवती | नर चील | चील | शिक्षक | शिक्षिका |
मोर | मोरनी | नर चीता | चीता | वर | वधु |
सिंह | सिंहनी | नर मछली | मछली | श्रीमान | श्रीमति |
अध्यापक | अध्यापिका | बालक | बालिका | पुजारी | पुजारिन |
लेखक | लेखिका | शिष्य | शिष्या | नाग | नागिन |
उपसर्ग-प्रत्यय (Prefix attempt)
- उपसर्ग-वे शब्दांश जो किसी शब्द के आरंभ में लगाकर उनके अर्थ में विशेषता ला देते हैं अथवा उसके अर्थ को बदल देते है उपसर्ग कहलाते है जैसे परा-पराकर्म पराजय, पराधीन, पराभूत आदि।
- प्रत्यय-जो शब्दांश, शब्दों के अंत में जुड़कर अर्थ में परिवर्तन लाये, प्रत्यय कहलाते है। शब्द निर्माण के लिए शब्द के अंत में जो शब्दांश जोड़े जाते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं।
प्रत्यय से बने शब्द | उपसर्ग से बने शब्द | |
महत्वपूर्ण | सुंदरता | अलग, अनमोल, अनजान, अज्ञान, अधर्म, अस्वीकार |
शास्त्रीय | वीरता | अधिकरण, अधिकार, अधिराज, अध्यात्म, अध्यक्ष, अधिपति |
भारतीय | धीरता | अनुशासन, अनुज, अनुपात, अनुवाद, अनुचर, अनुकरण, अनुरूप |
उल्लेखनीय | हीनता | अपकार, अपमान, अपशब्द, अपराध, अपहरण |
विकासशील | दीनता | अवगत, अवलोकन, अवनत, अवस्था, अवसान |
परंपरागत | सुखदायी | आकाश, आदान, आजीवन, आगमन, आरंभ |
प्रशंशपूर्वक | खरीदकर | उपकार, उपकूल, उपनिवेश, उपदेश, उपस्थिति, उपवन |
सहसपूर्वक | खेलता | नाराज, नालायक, नादनामुमकिन, नादान, नापसंद |
वीरतापूर्वक | तोड़कर | निर्भय, निर्दोष, निर्जीव, निरोग, निर्मल |
न्यायपूर्वक | प्रसन्नता | विकास, विज्ञान, विदेश, विधवा, विवाद, विशेष, विस्मरण, विराम |
कुशलता | फलदायक | परलोक, परोपकार, परसर्ग, परहित |
निर्बलता | दुखदायक | पराजय, पराक्रम, पराभव, परामर्श, पराभूत |
मानवता | सुखदायक | बदसूरत, बदनाम, बददिमाग, बदमाश, बदकिस्मत |
सफलता | उत्सुकता | बेकाम, बेअसर, बेरहम, बेईमान, बेरहम |
सैद्धांतिक | शक्तिशाली | लाचार, लाजवाब, लापरवाह, लापता |
प्राकृतिक | प्रभावशाली | |
प्रचुरता | वैभवशाली | |
भाग्यशाली | सौभाग्यशाली |
वचन-श्ाब्द के रूप से उसके एक अथवा अनेक होने का बोध हो उसे वचन कहते हैं। हिन्दी में वचन दो हाेेते हैं-
- एकवचन-शब्द के जिस रूप से एक ही वस्तु का बोध हो, उसे एकवचन कहते हैं।
- बहुवचन-शब्द के जिस रूप से अनेकता का बोध हो उसे बहुवचन कहते हैं।
उदाहरण-
एकवचन | बहुवचन |
पत्ता | पत्ते |
बेटा | बेटे |
लड़का | लड़के |
आँख | आँखें |
किताब | किताबें |
तिनका | थ्तनकें |
बहन | बहनें |
तस्वीर | तस्वीरें |
ऋतु | ऋतुएँ |
बच्चा | बच्चे |
कपड़ा | कपड़े |
बात | बाते |
पुस्तक | पुस्तके |
रुपया | रुपए |
भेड़ | भेड़े |
गुरु | गुरुजन |
घोड़ा | घोड़े |
कक्षा | कक्षाएँ |
कमरा | कमरे |
भाषा | भाषाएँ |
अध्यापिका | अध्यापिकाएँ |
वस्तु | वस्तुएँ |
सेना | सेनाएँ |
कविता | कविताएँ |
लता | लताएँ |
बुढ़िया | बुढ़ियाँ |
चुहिया | चुहियाँ |
कहानी | कहानियाँ |
कुरसी | कुर्सियाँ |
मिठाई | मिठाइयाँ |
अलमारी | अलमारियाँ |
बोली | बोलियाँ |
सलाई | स्लाइयाँ |
चिड़िया | चिड़ियाँ |
गुड़िया | गुड़ियाँ |
घड़ी | घड़ियाँ |
हड्डी | हड्िडयाँ |
दवाई | दवाईयाँ |
छुट्टी | छुट्िटयाँ |
सहेली | सहेलियाँ |
डिबिया | डिबियाँ |
था | थे |
वह | वे |
यह | ये |
है | हैं |
अध्यापक | अध्यापकगण |
कवि | कविगण |
छात्र | छात्रगण |