रेल क्षेत्र (All About Rail Zones) for NET, IAS, State-SET (KSET, WBSET, MPSET, etc.), GATE, CUET, Olympiads etc. Part 3 for NET, IAS, State-SET (KSET, WBSET, MPSET, etc.), GATE, CUET, Olympiads etc.

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मिशन 41ज्ञ

  • रेल मंत्रालय ने अगले 10 वर्षों के लिए भारतीय रेलवे के ऊर्जा खपत पर होने वाले खर्च पर 41,000 करोड़ रु. की बचत के लिए ‘मिशन (लक्ष्य) 41के’ का आरंभ किया है।
  • मिशन 41के का यह लक्ष्य हासिल करने के लिए कुछ आवश्यक कदम उठाये जायेंगे। इसके अंतर्गत 90 प्रतिशत रेल ट्रैफिक (यातायात) को डीज़ल के स्थान पर बिजली पर संचालित करने का लक्ष्य है, वर्तमान में संपूर्ण रेल ट्रैफिक का केवल 50 प्रतिशत बिजली चालित है।
  • रेलवे डिस्कॉम दव्ारा बिजली खरीदने की अपेक्षा खुले बाज़ार से अधिकाधिक बिजली सस्ती दर पर खरीदेगा।
  • विद्युतीकरण मिशन भारतीय रेलवे की आयातित ईधन पर निर्भरता घटाने, ऊर्जा मिश्रण में परिवर्तन करने तथा ऊर्जा की कीमत को युक्तिसंगत बनाने में रेलवे की मदद करेगा।

कल्पना चावला चेयर (अध्यक्ष) ऑन (पर) जिओस्पैटियल (भू-स्थानिक) टेक्नोलॉजी (तकनीकी)

  • रेलवे मंत्रालय तथा पीईसी यूनिवर्सिटी (विश्वविद्यालय) ऑफ़ (की) टेक्नोलॉजी (तकनीकी) ने विश्वद्यालय में भारतीय रेलवे की कल्पना चावला चेयर ऑन जिओस्पैटियल टेक्नोलॉजी की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये है।
  • यह अकादमिक चेयर भारतीय अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पीईसी की भूत पूर्व छात्रा स्वर्गीय कल्पना चावला की याद में स्थापित की गयी है।
  • इस चेयर का उद्देश्य जिओस्पैटियल टेक्नोलॉजी (भूस्थानिक तकनीकी) में भारतीय रेलवे की शोध गतिविधियों को प्रोत्साहित करना।
  • यह उन रेलवे परियोजनाओं को भी सशक्त बनाने में मदद करेगा जहाँ रिमोट (दूरस्थ) सेंसिंग (संवेदन) डाटा (आंकड़ा) , भौगोलिक सूचना तंत्र (जीआईएस) तथा ग्लोबल (विश्वव्यापी) पोजिशनिंग (स्थिति) सिस्टम (व्यवस्था) (जीपीएस) सर्वाधिक इस्तेमाल होता है।

त्रि-नेत्र

  • रेल मंत्रालय के रेलवे बोर्ड (परिषद) ने खराब मौसम में लोकोमोटिव (स्वचालित यंत्र) (रेल इंजन) चालकों की दृश्य क्षमता को बढ़ाने के लिए लोकोमोटिव पर त्रि-नेत्र सिस्टम (प्रबंध) स्थापित करने का प्रस्ताव किया है।
  • यह प्रणाली लोकोमोटिव पायलट (संचालन) को खराब मौसम के दौरान भी सीधी पटरी पर लगभग एक किलोमीटर की दूरी तक स्पष्ट दृश्य प्रदान करती है।
  • त्रि-नेत्र प्रणाली हाई-रिज़ॉल्यूशन (उच्च संकल्प) ऑप्टिकल (प्रकाशीय) वीडियो कैमरा, हाई-सेन्सिटीविटी (उच्च संवेदनशील) इन्फ्रा (पर) -रेड (लाल) वीडियो कैमरा एवं रडार-आधारित भू-भाग मानचित्रण प्रणाली से बनी हुई है।
  • त्रि-नेत्र खराब मौसम के दौरान गतिशील लोकोमोटिव के आगे के भू-भागों को देखने के लिए डिजाईन (रूपरेखा) किया गया है। यह तीन उप-प्रणालियों दव्ारा खींचे गए चित्रों को जोड़कर और संयुक्त वीडियो इमेज (छवि) बनाकर लोको पायलट के समक्ष कंम्प्यूटर (परिकलक) मॉनीटर (निगरानी) पर प्रदर्शित करेगा।