जीपीएस युक्त भू-संवर्धित नेविगेशन प्रणाली (जीपीएस-एडेड जिओ-आगर्मेटेड नेविगेशन) (जीएजीएएन) (Geo-Augmented Navigation System – Science and Technology)

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§ सरकार ने जीपीएस युक्त नेविगेशन प्रणाली ‘गगन’ लांच (शुरू) की है। इस प्रकार यह इस तरह की प्रणालियों का उपयोग करने वाले देशों-अमेरिका, यूरोपियन यूनियन और जापान आदि देशों के समूह में सम्मिलित हो गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने यह प्रणाली विकसित की है।

§ यह ऑगर्मेटेड सैटेलाइट (उपग्रह) और 15 पृथ्वी आधारित संदर्भ स्टेशनों की मदद से जीपीएस सेटेलाइट के डेटा की वृद्धि तथा अधिक विश्वसनीयता सुनिश्चित करता है।

§ 3 भूस्थिर उपग्रह: जीसैट-8, जीसैट-15

§ गगन प्रणाली पोजीशन (स्थिति) डेटा में उपस्थित विसंगतियों को सही कर सटीक मार्गो, लैंडिंग मार्गदर्शन और समय की बचत करने के बारे में पायलटों को जानकारी भी प्रदान करती है।

• इससे कार्यकुशलता में सुधार डायरेक्ट (सीधे) मार्गो में वृद्धि, अधिक ईंधन बचत तथा सभी मौसम में क्षमता वृद्धि सुनिश्चित होती है।

• सटीकता-3 मीटर। सार्क देशों हेतु उपलब्ध।