कोरिंग वन्य जीवन अभयारण्य (Koringa Wildlife Sanctuary – Environment and Ecology)
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अभ्यारण्य में प्रवासी पक्षियों की संख्या में वृद्धि का कारण
• पुलिकट झील में कीचड़ युक्त तालाबों का सूखना।
• प्लाइंट कैलिमेर का गिरता जलस्तर।
कोरिंग वन्य जीवन अभ्यारण्य
• यह भारत में पश्चिम बंगाल के सुंदरवन डेल्टा (नदी मुख-भूमी) के बाद दूसरा सबसे बड़ा मैंग्रोव वन क्षेत्र है।
• यहाँ मैंग्रोव की कुल 24 प्रजातियाँ पाई जाती है।
• यहाँ 94 प्रवासी पक्षियों की प्रजातियों सहित पक्षियों की कुल 266 प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
• प्रवासी पक्षी आर्कटिक क्षेत्र, रूस, चीन और मंगोलिया से आते हैं।